“बुर्ज ख़लीफ़ा में जाने की नहीं है तेरी औकात”…. 

आज दुनिया की सबसे बड़ी इमारत है उसी के नाम 

हमने अपने योग्यता के बल पर ‘शुन्य से शिखर’ तक पहुंचने वाले लोगों की ढ़ेर सारी कहानियां सुनी हैं। बुर्ज ख़लीफ़ा का नाम तो आप सबने सुना होगा। और आप में से ऐसे बहुत से लोग होंगे जो बुर्ज ख़लीफ़ा को देख कर भी आए होंगे। बुर्ज ख़लीफ़ा जो की दुबई में स्थित है और दुनिया की सबसे उंची इमारत है।अगर में आपसे कहूं की एक भारतिय जो कि बुर्ज ख़लीफ़ा के 22 अपार्टमेंट का मालिक है तो आपका पहला Reaction क्या होगा। बुर्ज ख़लीफ़ा की ऊंचाई 2,717 फीट है और इसमें लगभग 163 फ्लोर हैं।  और ऊंची इमारत में 22 अपार्टमेंट के मालिक हैं जॉर्ज  वी नेरियापरामबिल…. एक समय वो था जब लोगों ने इनकी गरीबी को लेकर काफी मजाक बनाया था। लेकिन जॉर्ज  वी ने खुद के अपमान का बदला लोगों को अपमानित कर के नहीं बल्कि अपनी सफलता से लिया। जॉर्ज वी नेरियापरामबिल केरल के रहने वाले हैं। वे एक किसान परिवार से संबंध रखते हैं। जॉर्ज वी जब 11 साल के थे तभी से उन्होंने अपने पिता के व्यवसाय में हाथ बटाना शुरू कर दिया था।  जोर्ज रोज सुबह-शाम खेत से कपास को मार्केट में बेचने जाता था। और इसके बाद पढ़ने। एक दिन जोर्ज को आइडिया आया कि लोग कपास का तो इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उसके बीज को फेंक देते हैं  इसके बाद उन्होंने बीज को बटोरना शुरू कर दिया। और उससे गोंद बना कर बेचने लगे। यह उनका  पढ़ाई के साथ पहला साइड बिजनेस था। ऐसे जोर्ज ने अपनी जिन्दगी के सफर की शुरुआत की। गम बनाने के कारोबार करने के बाद जॉर्ज वी ने कुछ समय तक मैकेनिक का काम किया। इसी तरह उन्होंने छोटे-मोटे काम का कारोबार किया। ऐसे ही एक दिन जॉर्ज वी ने 1976 में शारजाह की तरफ रुख किया। जॉर्ज वी में शुरू से ही मेहनत करने की होड़ थी और कुछ नया करने की लगन। शारजाह जाने के बाद जॉर्ज वी ने वहां  के गर्म जलवायु को देखकर महसूस किया कि यहां पर एयर कंडीशनिंग के क्षेत्र में अपार संभावनाएं है। उसके बाद जॉर्ज वी ने अपनी कड़ी मेहनत और काबिलियत के दम पर जीईओ ग्रुप ऑफ़ कंपनीज का साम्राज्य स्थापित किया। उन्होंने हर दिन मेहनत की और आज वो बुर्ज ख़लीफ़ा के मालिक हैं। दोस्तों बुर्ज ख़लीफ़ा के 22 फ्लैट खरीदने के पीछे एक बहुत ही दिलचस्प घटना है। बात 2010 की है, जॉर्ज दुबई में अपने कुछ दोस्तों के साथ दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग बुर्ज ख़लीफ़ा देखने गए थे। दोस्त ने कहा ये बुर्ज है। इसमें 163 मंजिल हैं। सोचना भी मत, तुम्हारी औकात इतनी नहीं है कि इसमें कभी रह सको। इसमें घुसने के भी पैसे लगते हैं। जॉर्ज वी को अपने रिश्तेदारों की ये बातें बहुत कड़वी लगी और उन्हें चुभ गई। उस वक्त जॉर्ज वी की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। लेकिन उन्होंने दोस्तों के मजाक को वास्तविक में बदलने का दृढ़ निश्चय कर लिया।…. और उन्होंने सोचा कि में बुर्ज ख़लीफ़ा में फ्लैट खरीद कर जरूर दिखाऊंगा। जॉर्ज वी कहना है कि, “मैं सपने देखने वाला शख्स हूं और सपने देखना कभी नहीं छोडूंगा। इसी जिद्दी के साथ जॉर्ज ने उसी बुर्ज में छह सालों में1 या 2 नहीं बल्कि 22 फ्लैट खरीद डाले। यह किसी एक व्यक्ति द्वारा बुर्ज में खरीदे गए सबसे ज्यादा फ्लैट हैं।

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